भोपाल -राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के सेंट्रल वर्कशॉप में वेस्ट पेपर रिसायकल मशीन तैयार की गई है, जिससे खराब ,रद्दी या अनुपयोगी कागज को रिसायकल कर अच्छी क्वालिटी का पेपर तैयार किया जा सकेगा, और विभिन्न रंगों के पेपर बनाए जा सकेंगे।
मारू औदिच्य जोधपुरा ब्राह्मण समाज के लिए गौरव की बात यह है कि आरजीपीवी विश्वविद्यालय को मिली इस उपलब्धि में सबसे महत्वपूर्ण योगदान प्रो. प्रशांत शर्मा का रहा। प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष मैकेनिकल इंजीनियरिंग पद पर पदस्थ प्रो.प्रशांत शर्मा मुलतः खुजनेर जिला राजगढ (ब्यावरा) निवासी महेंद्र कुमार शर्मा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष म.प्र. कर्मचारी संघ के पुत्र हैं, प्रो. शर्मा के अनुसार कई बड़े- बड़े संस्थानों द्वारा खराब या अनुपयोगी कागज टनों केे रूप में फेंक दिया जाता है,या जला दिया जाता है ,जिससे पैसों की बर्बादी के साथ-साथ पर्यावरण भी प्रदूषित होता है ।अभी तक बाजार में उपलब्ध मशीन पेपर गत्ते या कम स्तर वाला पेपर तैयार कर पाती है, यहीं से उन्हें इस खोज पर आइडिया मिला ,और वेस्ट पेपर पर रीसायकल मशीन तैयार कर इसका भारत सरकार से पेटेंट भी करा लिया गया। प्रो. शर्मा के अनुसार भारत सरकार से गत माह तक 4 पेटेंट हो चुके हैं ।
यह मशीन चलाने में बहुत आसान है एवं कंपैक्ट साइज की भी है, इस मशीन को विश्वविद्यालयों ,शासकीय कार्यालयों ,महाविद्यालयों व बड़े महाविद्यालयों द्वारा उपयोग में लाया जा सकेगा, साथ ही बहुत अधिक मात्रा में अनुपयोगी कागज को दुबारा उपयोग किया जा सकेगा, जिससे काफी मात्रा में धन की बचत के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।